solar water pump yojana 2025:अब डीजल और बिजली के बिल से मुक्ति! सोलर वाटर पंप पर मिल रही है बंपर सब्सिडी!

सोलर वाटर पंप योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को सिंचाई के लिए स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा मुहैया कराना सोलर पंप से किसान अपनी जमीन पर सिंचाई कर सकते हैं और बिजली के तथा डीजल से भी छुटकारा पा सकते हैं इसके साथ ही किसान अपने आप में आत्मनिर्भर बनते नजर आ रहे हैं।

solar water pump yojana 2025:क्या है सोलर वाटर पंप योजना ?

मोदी सरकार ने साल 2019 में प्रधानमंत्री सोलर वाटर पंप योजना की शुरुआत की थी जिसके बाद से इस योजना का विस्तार लगातार किया जा रहा है और सरकार का उद्देश्य है कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मुहैया कराई जाए इसी की दिशा में केंद्र सरकार की ओर से 30% फीसदी और राज्य सरकार की तरफ से 45% फीसदी सब्सिडी मुहैया कराई जाती है कुल मिलाकर किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए तकरीबन 75% सब्सिडी मिल जाती है किसानों को सिर्फ 25% फ़ीसदी पैसा देना पड़ता है वहीं बैंक की ओर से लोन मिल जाता है

ऐसे लोन को किसान अपनी होने वाली आमदनी से आसानी से चुका सकता है इस पंप की सहायता से किसान अपने खेतों की जरूरत को आसानी से पूरी कर सकता है और समय-समय पर पानी लगाने से लेकर अन्य जो भी पानी से जुड़े समस्याएं उसे दूर कर सकता है जिससे फसल में अच्छी पैदावारी देखने को मिलती है।
इस योजना का मकसद सौर ऊर्जा से चलने वाले सोलर पंप को बढ़ावा देना इस योजना के तहत सरकार की ओर से अब तक 3 करोड़ सोलर पंप किसानों को दिए जा चुके हैं और यह योजना आगे भी चलते रहेगी।

solar water pump yojana 2025 :सोलर वाटर पंप योजना से किसानों को फायदा!

कुसुम योजना का पूर्ण रूप “प्रधानमंत्री किस ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महा अभियान है”
पीएम कुसुम योजना 2019 में नवीन और नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई थी।

सोलर वाटर पंप योजना के तहत किसानों को सोलर पंप खरीद पर 60% की सब्सिडी मिलती है इसके अलावा सोलर पंप लगाने के लिए 30% लोन में मिल जाता है बैंक के द्वारा किसान को सिर्फ 10% फ़ीसदी पैसा लगाकर अपने खेत में वाटर सोलर पंप लगवा सकते हैंसोलर वाटर पंप योजना के तहत किसानों को सोलर पंप खरीद पर 60% की सब्सिडी मिलती है इसके अलावा सोलर पंप लगाने के लिए 30% लोन में मिल जाता है

बैंक के द्वारा किसान को सिर्फ 10% फ़ीसदी पैसा लगाकर अपने खेत में वाटर सोलर पंप लगवा सकते हैं
और इसके साथ अपनी पड़ी हुई जमीन अन्य बंजर भूमि पर किसानों को सोलर प्लांट लगाकर बिजली सरकार को बेचकर मोटी कमाई कर सकते हैं लगभग 4- 5 एकड़ पर लगभग 15 लाख यूनिट 1 साल में बिजली पैदा होती है इसी बिजली को बेचकर कर किसान अपनी जेब को भर सकता है।


और इसके साथ अपनी पड़ी हुई जमीन अन्य बंजर भूमि पर किसानों को सोलर प्लांट लगाकर बिजली सरकार को बेचकर मोटी कमाई कर सकते हैं लगभग 4- 5 एकड़ पर लगभग 15 लाख यूनिट 1 साल में बिजली पैदा होती है इसी बिजली को बेचकर कर किसान अपनी जेब को भर सकता है।

Benefit:लाभ

  1. सौर ऊर्जा अपनाएं और डीजल के खर्च कम।
  2. केंद्र से 30% और राज्य सरकार से 30% की सब्सिडी दी जाएगी।
  3. इसके अतिरिक्त बैंकों के द्वारा 30% तक ऋण के सुविधा मिल सकती है।
  4. सोलर पंप 25 साल तक चलेगा और इसका रखरखाव भी आसान रहता है।
  5. बंजर जमीन पर सोलर प्लांट लगाए।
  6. सोलर प्लांट से उत्पन्न बिजली को विद्युत वितरण कंपनी DISCOM खरीदेगा।
  7. इससे भू स्वामी को प्रतिवर्ष प्रति एकड़ ₹60000 से ₹100000 तक की आमदनी अगले 25 वर्षों तक होगी।
  8. सोलर प्लांट लगवाने के लिए जमीन प्रयुक्त सब स्टेशन से 5 किलोमीटर तक के दयारे में होनी चाहिए।
  9. किसान सोलर प्लांट स्वयं या डेवलपर को जमीन पट्टे पर देकर लगवा सकते हैं

सिंचाई की जरूरत वाले किसान: यदि आप महंगी बिजली या सिंचाई के लिए डीजल पंप के लागत से जूझ रहे हैं तो यह सब्सिडी आप सौर ऊर्जा से चलने वाले सिंचाई पंप चलाना सस्ता है और इससे आपको पैसों की बचाने में मदद मिलती है साथ है खेती के लिए एक अधिक टिकाऊ साधन उपलब्ध हो जाता है।

ग्रामीण परिवार और सार्वजनिक संस्थान: किसान एक प्राथमिक लाभार्थी है ग्रामीण परिवार और स्कूल, अस्पताल , समुदाय केंद्र जैसे सार्वजनिक संस्थान भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं ग्रामीण परिवारों के लिए यह बिजली की लागत कम करने और विश्वसनीय पर्यावरण बिजली का आनंद लेने का कहां एक शानदार अवसर है इस योजना का लाभ किसानों को अवश्य ही उठाना चाहिए।

सौर ऊर्जा परियोजना : यदि आप किसी ग्रामीण व्यवसाय या सार्वजनिक संस्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं की बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित जिससे ऊर्जा में और कमी आएगी तथा भारत के नगीनीकरण में ऊर्जा लक्ष्मी योगदान मिलेगा।

solar water pump yojana 2025

solar pump yojana Apply :सोलर वाटर पंप योजना ,सब्सिडी के लिए आवेदन कैसे करें !

चरण 1: नवीन एवं नवीन ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारी वेबसाइट मैं जाकर सारी जानकारी दें ,जिसमें पात्रता करने का तरीका भी शामिल है।

चरण 2: पोर्टल पर पंजीकरण करें आवेदन करने के लिए आपको कुछ बनिया दें,जैसे आपका नाम, पता,भूमि विवरण और बैंक खाते की जानकारी इस पोर्टल पर उपलब्ध करानी होगी।

चरण 3: आवश्यक दस्तावेज सोलर प्रणाली का प्रकार चुने इसके बाद आप जिस तरह का सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं उसे चुने चाहे वह सोलर पंप हो। जैसे निश्चित करें कि आप अपनी जरूरत के हिसाब से सबसे बेहतर विकल्प क्या हो सकता है वही आपको सेलेक्ट करना है ।

चरण 4: आपको अपनी जमीन का मालिक आना साबित करना होगा बिजली का बिल ,आधार कार्ड ,बैंक विवरण, खतौनी जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे आवेदन करते समय क्या सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज आपके पास तैयार है कि नहीं ? आवेदन अवश्य करें और आगे की डिटेल भरे।

चरण 5: एक बार जब आप अपना आवेदन सक्सेसफुली जमा कर देंगे तो आपके आवेदन की समीक्षा की जाएगी और आपकी पात्रता की पुष्टि करेंगे।

चरण 6: एक बार स्वीकृति मिलने के बाद आपको अपनी सौर ऊर्जा प्रणाली स्थापित करने के लिए आवश्यक अनुमति और सब्सिडी सहायता प्राप्त होगी।स्थापना प्रमाणित पेशेवरों द्वारा की जानी चाहिए।

आज पूरे देश में सोलर सिस्टम की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है बता दें कि सरकार में रूफटी आप शॉल को बढ़ा व देती घोषणा की है तो दूसरी ओर खेती कार्यों में सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए पीएम आपको सोलर पंप पर 90% तक के सब्सिडी और बाकी केवल 10% फ़ीसदी खर्च कर इसमें आसानी से लगा सकते हैं बता दें कि योजनाएं किसानों की समस्याएं दूर करने के लिए और उनकी आमदनी को बढ़ाएं।


इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए https://mnre.gov.in पर पंजीकरण कर सकते हैं

apply now

Read also

Author

  • लेखक परिचय:Hello friends! My name is Ravindra Kumar, I am from Lucknow, the capital of Uttar Pradesh. I am a Hindi blogger and my main aim is to provide accurate information about government schemes, government jobs, automobiles, entertainment and trending news to the general public - especially to people living in rural and remote areas. I have been doing content writing for the last 1 year and I have done graduation in History (B.A. in History) and also have good knowledge of computers.

Leave a Comment

Exit mobile version