War 2 movie Review in Hindi: ऋतिक–जूनियर NTR की जंग, जानें पूरा सच!

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War 2 movie Review in Hindi: ऋतिक रोशन और Jr NTR की एक्शन जंग ने मचाई सनसनी, लेकिन कमजोर कहानी ने किया निराश! पूरी रिव्यू पढ़ें।

War 2 Movie Review

भव्य एक्शन, खोई कहानी — एक “लग्जरी थियेटर अनुभव” जो भीतर खोखला महसूस करता है

“Ayan Mukerji ने इस फिल्म में लॉजिक शब्द भूल गया लगता है — सिर्फ बड़े-बड़े सेटपीस, पर आत्मा नहीं।”

रेटिंग (अनुमानित): 2.5 / 5

War 2 — यश राज फिल्म्स के “Spy Universe” की नई बड़ी उम्मीद — बड़े बजट, दो बड़े सितारे (Hrithik Roshan & Jr NTR), ग्लोब-ट्रिप, भव्य सेटअप और जटिल मिशन के वादे के साथ आई है। लेकिन क्या इस “वॉर 2” ने उस वादे को निभाया? या यह सिर्फ एक स्टाइलिश दिखावा बनकर रह गई

एनटीआर की एंट्री फिल्म शुरू होने के आधे घंटे बाद होती है और यह शायद भारतीय सिनेमा की सबसे कमजोर स्टार एंट्री में से एक है। फीके वीएफएक्स, जीरो स्क्रीन प्रेसेंज, कमजोर डायलॉग डिलीवरी और बेस्वाद डांस- सब मिलकर उनकी छवि को फीका कर देते हैं। एक घंटे बीस मिनट बाद होने वाला एक बड़ा खुलासा भी ठंडा पड़ जाता है, मानो फिल्म खुद अपने ट्विस्ट पर भरोसा नहीं कर रही हो।

War 2 की स्टोरी दो बचपन के दोस्तों — Kabir (Hrithik Roshan) और Vikram (Jr NTR) — के बीच से शुरू होती है, जिनकी राहें वर्षों बाद राष्ट्रीय सुरक्षा के एक बड़े संकट पर टकराती हैं।
Kabir पहले से ही रॉ (RAW) का एजेंट है, लेकिन कुछ घटनाओं के बाद वह “rogue” हो जाता है।
Vikram, जिसे Kabir का मित्र और पुराने बंधकता का बंधन था, उसे अब रोकने वाला अधिकारी बन जाता है।
मिशन, गुत्थियाँ, देशप्रेम, दोस्ती और दुश्मनी — सब मिलकर युद्ध की ओर ले जाते हैं।

लेकिन यह कहानियाँ जो बड़े वादे करती हैं, वे फिल्म के दौरान कई बार खो जाती हैं — पात्रों की मानस­पटल (motivation) अस्पष्ट हो जाती है, ट्विस्ट्स पूर्वानुमेय हो जाते हैं, और एक्शन दृश्य कथानक से आगे निकल जाते हैं। कई समीक्षाएँ कहती हैं कि “प्लॉट बीच में खो जाता है” और “स्टोरी कमजोर पड़ जाती है”।

अभिनय

Hrithik Roshan as Kabir

Hrithik इस फिल्म का स्तंभ हैं। उनका करिश्मा, स्क्रीन प्रेजेंस और आत्मविश्वास दृश्यों को रोशन करते हैं। उनकी एंट्री सीन, स्टाइलिश पोसें, और एक्शन में शारीरिक परफॉर्मेंस प्रभावित करती है। कई समीक्षाएँ इसे फिल्म का “सबसे बड़ा हाइलाइट” मानती हैं।

Jr NTR as Vikram

War 2 Review in Hindi
War 2 Review in Hindi

NTR ने बहुत आकर्षक हिस्से निभाए, लेकिन उनकी भूमिका स्क्रिप्ट द्वारा वह गहराई नहीं पाती जो ज़रूरी थी। कुछ हिस्सों में वे अप्रयुक्त छोड़ दिए गए।

Kiara Advani

कियारा का रोल अपेक्षाकृत कमजोर और अधूरा है। समीक्षाएँ कहती हैं कि उन्हें सही तरीके से विकसित नहीं किया गया।

Anil Kapoor, Ashutosh Rana और अन्य

इनका अनुभव फिल्म में कुछ चमक लाता है, लेकिन वे बड़े सितारों की छाया में दब जाते हैं।

सिनेमैटोग्राफी और विजुअल्स

Benjamin Jasper और टीम ने शानदार विजुअल्स दिए हैं — भव्य लोकेशन्स, ग्लोब-ट्रिप शॉट्स और बड़े दृश्य। लेकिन कई जगह ये माहौल कहानी की कमजोरी को छुपाने का कवच बनते लगते हैं।

एक्शन चोरियोग्राफी / स्टंट

Action sequences तो ज़रूर प्रभावशाली हैं — लेकिन कई जगह वे अतिरिक्त, अवास्तविक दिखते हैं। एक बोट को कंट्रोल पैनल कट जाने के बाद भी तेज़ी से चलाते दिखाना या एक जेट में बिना शर्ट उड़ना — ये दृश्यों को “कॉमिक-बुक” जैसा बना देते हैं।

VFX और CGI

कुछ visual effects (VFX) दृश्यों में फजी लगते हैं — जैसे बादलों के बीच ग्लाइड करना, या पैरों से कत्थाई प्रभाव। कई दर्शक इन पर हँसी तक उड़ा चुके हैं।

स्क्रीनप्ले, पटकथा, संवाद

स्क्रीनप्ले, पटकथा, संवाद

स्क्रीनप्ले, पटकथा, संवाद

क्या इस फिल्म में “लॉजिक” गायब है?

कई सेटपीस “सिर्फ दिखाने को” बनाए गए लगते हैं, जैसे बोट F1 ट्रैक पर दौड़ती है — बिना तार्किक समर्थन के।

नियंत्रित पैनल कट जाने के बाद भी मशीनें चलते रहना, पात्र बिना हथियार के कई दर्जन दुश्मनों से लड़ना — ये सब “फैंटेसी एक्शन” पहलू बन जाते हैं।

पात्रों के निर्णय और टर्न कभी-कभी बिना कारण के लगते हैं।

फिल्मों की समीक्षा करती वेबसाइट्स कहती हैं कि फिल्म “लॉजिकल निरंतरता” से वंचित है।

हाइलाइट्स और वो क्या काम करता है

स्टार पावर + कैमरा फ्रेम: Hrithik और NTR की झलक, उनकी केमिस्ट्री और स्टाइल यहाँ बेहतरीन काम करते हैं।

एक्शन सीक्वेंस: यदि आप एक्शन-बैफ फिल्मों के प्रेमी हैं, तो ये सीन मनोरंजक हैं (हालांकि कई जगह अतिशयोक्ति के साथ)।

बड़ी लोकेशन्स + ग्लोब ट्रिप विजुअल्स: दुनिया भर के सेटिंग्स — ये पर्दे पर आकर्षण बढ़ाते हैं।

बैकग्राउंड स्कोर / संगीत: कुछ दृश्यों में संगीत ने माहौल को ऊँचा उठाया।

कमियाँ — जहाँ फिल्म टूटती है

कथा की कमजोर नींव — शुरू में वादा तो होता है, लेकिन बीच में वह फिसल जाता है।

कम विकास और कमजोर विलेन — खलनायक को वह वजन नहीं मिलता जो ज़रूरी था।

भावनात्मक कनेक्शन की कमी — हमें पात्रों से जुड़ना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता।

लंबाई और खींचाव — कई हिस्से खींचे गए लगते हैं, जो गति को धीमा कर देते हैं।

VFX / CGI की खामियों — विशेष दृश्य, जो उसी दृश्य को बिगाड़ देते हैं।

लॉजिक का अभाव — जैसा कि आपने कहा — उपकरण कटे, फिर भी चले, पात्र बिना कारण बहादुरी दिखाएँ — ये दृश्य हास्य या अविश्वसनीयता पैदा करते हैं।

कथा की कमजोर नींव — शुरू में वादा तो होता है, लेकिन बीच में वह फिसल जाता है।

कम विकास और कमजोर विलेन — खलनायक को वह वजन नहीं मिलता जो ज़रूरी था।

भावनात्मक कनेक्शन की कमी — हमें पात्रों से जुड़ना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता।

लंबाई और खींचाव — कई हिस्से खींचे गए लगते हैं, जो गति को धीमा कर देते हैं।

VFX / CGI की खामियों — विशेष दृश्य, जो उसी दृश्य को बिगाड़ देते हैं।

लॉजिक का अभाव

— जैसा कि आपने कहा — उपकरण कटे, फिर भी चले, पात्र बिना कारण बहादुरी दिखाएँ — ये दृश्य हास्य या अविश्वसनीयता पैदा करते हैं।

बॉक्स ऑफिस & दर्शक प्रतिक्रिया

पहले दिन की कमाई लगभग ₹52.50 करोड़ देखी गई है, जो बड़े बजट और बड़े नामों के साथ भी उम्दा शुरुआत है।

दूसरे दिन फिल्म ने ₹100 करोड़ क्लब पार किया

लेकिन समीक्षा आमतौर पर मिश्रित रही — कुछ आलोचकों ने “high octane moments + striking visuals” की तारीफ़ की, लेकिन “story + logiclessness” की आलोचना भी की।

“War 2 is a lost battle with all smoke but no fire” — यह शीर्षक भी कई समीक्षाओं में देखा गया

Great Andhra जैसे प्लेटफार्म कह रहे हैं कि “star power + production values बहुत हैं, लेकिन उनका मेल मजेदार अनुभव नहीं बना पाता।

निष्कर्ष (Verdict)

War 2 एक भव्य थियेटर देखने योग्य फिल्म है — लेकिन वह “कहानी + संवेदना” के स्तर पर असफल रहती है।

यदि आप:

  • बड़े एक्शन स्केल, ग्लैमरस दृश्य और स्टारडम चाहते हो,
  • और कहानी में गहराई या तर्कशक्ति की उम्मीद कम रखते हो —

तो War 2 आपके लिए “मनोरंजक विजुअल अनुभव” हो सकती है।

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